Thursday, 31 May 2018

*दुनिया में बौद्ध आबादी या जनसंख्या के बारें महत्त्वपूर्ण जानकारी... जरूर पढे..*



आज दुनिया के अलग अलग देशों में बौद्ध जनसंख्या के सटीक आंकडे उपलब्ध है।
यह जानकारी उपयुक्त सभी संबधित अलग अलग देशों में किये गये Studies और Investigation पर आधारित हैं।
जिसमें लोगों ने कबूल किया, कि उनका बौद्ध धर्म पर पूरा विश्वास है, और वह उसकी Practice करते हैं। वो अपने आप को #Buddhist घोषित करते हैं।

इन अध्ययनों के नतीजे वर्ष 2010-2013 के मध्य में प्रकाशित हुए थे।
(www.thedhamma.com/buddhist_in_the_world.htm 2010;)
("China Beliefs"
Justchina.org.,2011;)
("China Culture Exploring Assistant",
China business
Interpreter.com,2011)
(CIA The World Fact book: Populations as
of July 2013)
(The Dhamma Encyclopedia-
Buddhism in the World).

यह Estimates संबंधित अलग-अलग देशों में बौद्ध जनसंख्या की सच्ची स्थिति को दर्शाते है।

July 2010 में बौद्ध जनसंख्या का Estimated 1.6 से 1.8 billion लगभग (160 - 180 करोड़) के करीब था।

दुनिया की जनसंख्या का 22% से 25% हिस्सा है। इसे स्वतंत्र Estimate के तौर पर सुचित किया गया है।

स्वतंत्र Estimate अनुसार चीन की वर्तमान जनसंख्या में Over One Billion (1,070,893,447) [ 107 करोड़ से भी ज्यादा ] बौद्ध अनुयायीओ की जनसंख्या है। एक और सर्वेक्षण के अनुसार चीन की 91% आबादी (122 करोड) बौद्ध है..यह दुनिया की बौद्ध आबादी का बहुत बड़ा हिस्सा है। यह बात उपर दिये गये संदर्भो से प्रमाणित होती है।

इसके अलावा
(China's Buddhist population in U.S State Department Report on China) ,
(Global Center for the Study of Contemporary China) ,
(China Daily)
और (a report by Christian missionaries in China).
इन स्त्रोतों से पता चलता है, कि इनके द्वारा किये गए निरीक्षण में चीन के 80% से 91% लोगों ने अपनी पहचान Buddhism के साथ जोडी हैं।
तथा उसकी परंपरा पर पुरा विश्वास प्रकट किया है। और हाल ही में हुए कुछ अध्ययन दर्शाते है, कि चीन के 98% लोग खुद को Buddhist मानते है।

भारत में जनगणना के अनुसार 1% से कम बौद्ध है लेकिन बौद्ध विद्वान, और अन्य सर्वेक्षण के अनूसार भारत में कुल 3% से 5% बौद्ध जनसंख्या है, 1959 में एक सर्वेक्षण के अनुसार तब भारत में करीब 2 करोड बौद्ध आबादी थी जो भारत की आबादी का 4.5% हिस्सा था, तब से लेकर आजतक इन 50-60 सालों मे भारत के हर साल लाखो लोग बौद्ध धर्म का स्विकार किया है इसलिए बौद्ध आबादी 0.5% से 1% बढ गई होगी, मतलब की भारत में आज 5 से 5.5% (6.6 करोड) बौद्ध जनसंख्या है।

पर साथ ही साथ चीन की अनेक अध्यात्मिक परंपरा पर भी विश्वास जताया।
(www.thedhamma.com/buddhist_in_the_world.htm, The Dhamma Encyclopedia, Definition of a Buddhist by David N.Snyder).

#Buddhist_Population Of Selected Countries
{ 1 Million = 10 लाख } {1 Billion = 1अरब}

चीन 1.07 - 1.22 Billion (80% - 91%)
जापान 122 million (96%)
वियतनाम 74 million (85%)
थायलँड 64 million (95%)
भारत 61- 66 million (5%- 5.5%)
म्यांमार 49.7 million (90%)
दक्षिण कोरिया 24.5 (54%)
तायवान 21.7 million (93%)
श्रीलंका 16.1 million (70%)
कंबोडिया 14.7 million (97%)
हाँगकाँग 6.4 million (90%)
मलेशिया 6.2 million (21%)
अमेरिका 6 million (02%)
लाओस 5 - 8 million (67%- 98%)
इंडोनेशिया 4.3 million (01.7%)
उत्तरी कोरिया 3.4- 17.6 million (14%-71%)
नेपाल 3.3 - 6 million (11.5% -21%)
मंगोलिया 3 million (93%- 98%)
सिंगापुर 2.8 - 3.7 million (51% - 67%)
फिलीपीन्स 2 million (01.5%)
रशिया 2 million (01.4%)
कॅनडा 1.2 million (03.5%)
बांग्लादेश 1.1million (00.7%)
फ्रांस 1million (01.5%)
ब्राजील 1million (0.5%)
जर्मनी 905,657 (01%)
इंग्लैंड 760,747 (01%)
भुटान 609,249 (84%- 94%)
ब्रुनेई 58,498 (17%)
(Near Malaysia)
मकाउ 466,402 (75%- 90%)*
सिक्किम 171,000 (28%- 30%)**
लद्दाख 125,000 (45%)***
ऑस्ट्रेलिया 528,977 (2.5%) (2011)
स्पेन (300,000)
नेदरलँड (201,660)
इटली (122,965)
मॅक्सीको (108,700)
कोस्टारिका (96,733)
पेरू (89,500)
उज्बेकिस्तान (85,985)
स्विझरलँड (79,960)
टर्की (71,159)
पनामा (68,000)
वेनेजुएला (56,000)
अर्जेंटिना (42,600)
ओमान (32,049)
चिली (17,200)
सौदीअरब 414,016 (1.5%)
कुवैत 100,222 (4%)
न्यूझीलँड 58,404 (1.50%)
कतर 45,361 (5%)
यु.ए.ई (5%)
बहरीन (2%)
लेबनान (2.1%)
बर्नोयस (16.8%)
नॉर्थ मारियन (15.6%)
नौरू (11.9%)
गूआम (3.8%)
फ्रेंच गूयाना (3.6%)
मॉरेशियस (2.1%)
क्रिसमस आईसलँड 1,554 (75%)
(Territory of Australia)

इस सर्वेक्षण के अनुसार, पूरी दुनिया में आज करीब 1.8 अरब (180 करोड़) बौद्ध अनुयायी फैले हुए है...जो विश्व आबादी का 25% हिस्सा है।

चीन में 2.5 लाख से ज्यादा भिक्खू और भिक्खूनीया है। 28,000 से अधिक बौद्ध मठ (monasteries) है, 16,000 से ज्यादा बौद्ध विहार है। बौद्ध वास्तूकला की अमिट छाप चीन पर दिखाई देती है। चीन ने अधिकारिक तौर पर कहा है, कि बौद्ध धम्म चीन अभिन्न अंग है।
हाल ही में 16 से 18 ऑक्टोंबर 2014 को चीन में हुई, 27th वी World Fellowship Of Buddhist (WFB) विश्व बौध्द भातृसंघ की आंतरराष्ट्रीय षरिषद हुई। जीसका मुख्यालय थायलँड मैं है, इसके 35 देशों में 140 रिजनल सेंटरस् हैं।
इस (WFB) की षरिषद में 40 देशों के 600 प्रतिनिधि शामिल हुए थे। जिसमें सारे प्रतिनिधीयों ने एकमत से प्रस्ताव पारित किया कि, सारे बौद्ध देश आपस में मजबूत सहबंध, एकता और भाईचारा बनाएंगे। तथा सब विश्व शांति,मानवी कल्याण और समाज सेवा के लिए बौद्ध धर्म का प्रचार-प्रसार करेगें। चीन ने विश्व में सबसे मजबूत बौद्ध राष्ट्र के नाते जिम्मेदारी ली है, कि वह विश्व में बौद्ध धम्म फैलाने में अगुवाई करेंगा। तथा आंतरराष्ट्रीय तौर पर उसको समर्थन देंगा। बौद्ध धम्म और उसकी मान्यताएं, मूल्यों तथा परंपरा को सुरक्षित करेंगा। इस परिषद में सब देशों ने मिलकर काम करने की, तथा बौद्ध धम्म की धरोहर को संरक्षित करने और उसकी विचारधारा को फैलाने के लिए प्रतिबद्ध होने का वचन दिया। इस परिषद में Buddhist Association Of China (BAC) के अध्यक्ष मास्टर चाउनईन ने कहा, यह परिषद milestone साबित होंगी। (WFB) और (BAC) मिलकर काम करेंगे। तथा चीन आर्थिक रूप से बुद्धिस्ट राष्ट्रों की मदत करेंगा। वहां बुनियादी ढांचे का विकास करेंगा, जैसे वह श्रीलंका में कर रहा है।
Dr.Daya Hewapathirane - Advisor to the President of Srilanka.
-Asia Tribune-

कौन कहता है, भारत विश्व गुरु नही है। वह हजारों सालों से विश्व गुरु रहा है, और आज भी है। बौद्ध धम्म भारत की सच्ची विरासत, सभ्यता और संस्कृति है। जीसे पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है। भारत की संस्कृति अब दुनिया की संस्कृति बन गई है। डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर कहते," सत्य भी कभी कभी हार जाता है,यह उसका ही उदाहरण है।
पर सत्य ज्यादा देर तक छुपाया नही जा सकता,
भारत में बौद्ध धम्म की ऐसी लह़र आयेंगी की उसमे सब बह जाएंगे। जो उसके विपरीत जाएगा वो भी उसमें बह जाएंगा"।
भारत एक बार फिर बौद्धमय होंगा, जैसे सम्राट अशोक के समय 90% लोग बौद्ध थे। और आगे कुछ समय बाद पुरी दुनिया की आधी से जादा आबादी बौद्ध हो गई थी...
अब तो यही कहेंना पडेंगा
"जग में बुद्ध का नाम है, यहीं भारत की शान है"

भारत के बौद्धों को अब अनुसूचित जाती का आरक्षण देने का फैसला हो गया है इसलिए भारत के बौद्ध अनुयायी स्कूल रिकोर्ड में, जनगणना में, सरकारी दफ्तरों में अपने धर्म को " बौद्ध " ही लिखिए और लिखवाइए..

बाबासाहेब ने धर्मांचरण के बाद कहॉ था अगर में दो वर्ष और जी जाऊ तो मैं दो साल के भारत में 5 करोड़ (15%) बौद्ध बनाकर दिखाऊंगा... हम बाबासाहेब के अनुयायी है और आज 60 साल क् बाद भी भारत में 15% बौद्ध नहीं है और 'ऑफिशियल' बौद्ध भी 5 करोड नहीं है..
इसलिए अपने धर्म को बौद्ध लिखिए..
इससे बौद्ध जनसंख्या बढेगी नहीं बल्कि बौद्धों की सही जनसंख्या पता चलेगी.. असम में भारत में बौद्ध धर्म को मानने वालों की आबादी 6.6 करोड से अधिक है जो ख्रिश्चन, शिख, जैन की जनसंख्या से भी अधिक है.. लेकिन बौद्ध लोग जनगणना एवं अन्य रोकॉर्ड में अपने धर्म "बौद्ध धर्म" नहीं लिखवाते.. आज महाराष्ट्र में 1.4 करोड बौद्ध है...

इस msg को इतना फैला दो की भारत में इसकी सुनामी आ जाए

बुद्ध फुले शाहू आंबेडकरी विचारधारा सभी लोगो तक पहुँचाने के लिये इस पेज को लाइक करे और इस पेज को अपने प्रोफाइल पर शेयर करे...

No comments:

Post a Comment