देवी न बनाओ तुम मुझको
नारी ही बनी मुझे रहने दो
बस नारी का सम्मान दो
मुझे माँ की कोख में मत मारो
संसार में तो मुझे आने दो
बस नारी का सम्मान दो
बंदिशें अत्यधिक न लगाओ तुम
मेरा बचपन मुझे जी लेने दो
बस नारी का सम्मान दो
चूल्हा-चक्की में ही मत उलझाओ
कोलेज-स्कूल तो मुझे जाने दो
बस नारी का सम्मान दो
जबरन न किसी को थोपो मुझ पर
जीवन-साथी चुनने का मुझे हक तो दो
बस नारी का सम्मान दो
दहेज़ के लिए न प्रताड़ित करो
न ही तेल छिड़क के जलाओ मुझे
बस नारी का सम्मान दो
देनी ही है ग़र थोड़ी इज्ज़त
तो मुझे आर्थिक रूप से सशक्त करो
और स्वावलंबी बनने की प्रेरणा दो
ताकि कभी अनिष्ट कुछ होने पर
मैं पैरों पर अपने खड़ी हो सकूं
और आत्म-सम्मान से जी सकूं
देवी न बनाओ तुम मुझको
नारी ही बनी मुझे रहने दो
बस नारी का सम्मान दो...!
नारी ही बनी मुझे रहने दो
बस नारी का सम्मान दो
मुझे माँ की कोख में मत मारो
संसार में तो मुझे आने दो
बस नारी का सम्मान दो
बंदिशें अत्यधिक न लगाओ तुम
मेरा बचपन मुझे जी लेने दो
बस नारी का सम्मान दो
चूल्हा-चक्की में ही मत उलझाओ
कोलेज-स्कूल तो मुझे जाने दो
बस नारी का सम्मान दो
जबरन न किसी को थोपो मुझ पर
जीवन-साथी चुनने का मुझे हक तो दो
बस नारी का सम्मान दो
दहेज़ के लिए न प्रताड़ित करो
न ही तेल छिड़क के जलाओ मुझे
बस नारी का सम्मान दो
देनी ही है ग़र थोड़ी इज्ज़त
तो मुझे आर्थिक रूप से सशक्त करो
और स्वावलंबी बनने की प्रेरणा दो
ताकि कभी अनिष्ट कुछ होने पर
मैं पैरों पर अपने खड़ी हो सकूं
और आत्म-सम्मान से जी सकूं
देवी न बनाओ तुम मुझको
नारी ही बनी मुझे रहने दो
बस नारी का सम्मान दो...!
स्त्री को देवी बनाकर उसकी ईच्छाओं पर पाबंदी लगाई गई. जीने का हक छिन लिया
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